1 मार्च 2019

मार्च ‘79 से

उन सब से ऊब कर

जिनके पास केवल शब्द होते हैं

केवल शब्द और कोई भाषा नहीं

मैं बर्फ से ढके द्वीप पर गया

जंगल की कोई भाषा नहीं होती

अनलिखे पन्ने सभी दिशाओं में फैले रहते हैं!

मुझे वहां बर्फ पर हिरन के खुरों के निशान दिखाई दिए

उन निशानों में भाषा थी पर शब्द नहीं थे

--- टॉमस ट्रांसट्रोमर, अनुवाद और प्रस्तुति : मोनिका कुमार

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