बात बोलेगी 
हम नहीं 
भेद खोलेगी 
बात ही l 
सत्य का मुख 
       झूठ की आँखें 
       क्या  - देखें !
सत्य का रुख 
       समय का रुख है :
अभय जनता को 
       सत्य ही सुख है,
सत्य ही सुख l 
       दैन्य दानव ; काल 
       भीषण ; क्रूर 
       स्थिति ; कंगाल 
       बुद्धि ; घर मज़दूर l 
सत्य का 
        क्या रंग ?
पूछो 
       एक संग l 
एक - जनता का 
        दुःख एक l 
हवा में उड़ती पताकाएँ 
                     अनेक l 
दैन्य दानव l क्रूर स्थिति l 
कंगाल बुद्धि l मजूर घर भर l 
एक जनता का अमर वर l 
एकता का स्वर l 
- अन्यथा स्वातन्त्र्य इति l 
--- शमशेरबहादुर सिंह 
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