Lyrics of Life
Poetry is untranslatable, like the whole art.
Aug 18, 2010
वो सुबह कभी तो आएगी
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वो सुबह कभी तो आएगी इन काली सदियों के सर से जब रात का आंचल ढलकेगा जब दुख के बादल पिघलेंगे जब सुख का सागर झलकेगा जब अम्बर झूम के नाचेगा ज...
Aug 16, 2010
कुछ तो स्टैंडर्ड बनाओ
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प्रकृति बदलती छण-छण देखो, बदल रहे अणु, कण-कण देखो| तुम निष्क्रिय से पड़े हुए हो | भाग्य वाद पर अड़े हुए हो| छोड़ो मित्र ! पुरानी डफली, ...
चार कौए उर्फ़ चार हौए
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बहुत नहीं सिर्फ़ चार कौए थे काले , उन्होंने यह तय किया कि सारे उडने वाले उनके ढंग से उडे,रुकें , खायें और गायें वे जिसको त्यौहार कहें सब उ...
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