Lyrics of Life
Poetry is untranslatable, like the whole art.
Feb 19, 2012
मुहब्बत में वफ़ादारी से बचिये
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मुहब्बत में वफ़ादारी से बचिये जहाँ तक हो अदाकारी से बचिये हर एक सूरत भली लगती है कुछ दिन लहू की शोबदाकारी[1] से बचिये शराफ़त आदमियत दर...
जब किसी से कोई गिला रखना
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जब किसी से कोई गिला रखना सामने अपने आईना रखना यूँ उजालों से वास्ता रखना शम्मा के पास ही हवा रखना घर की तामीर चाहे जैसी हो इस में रोने...
Feb 15, 2012
ज़िन्दगी जैसी तवक्को थी
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ज़िन्दगी जैसी तवक्को थी नहीं कुछ कम है हर घड़ी होता है अहसास कहीं कुछ कम है घर की तामीर तसव्वुर ही में हो सकती है अपने नक़्शे के मुताबिक...
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