Lyrics of Life
Poetry is untranslatable, like the whole art.
Apr 2, 2016
कौन आज़ाद हुआ ?
›
कौन आज़ाद हुआ ? किसके माथे से सियाही छुटी ? मेरे सीने मे दर्द है महकुमी का मादरे हिंद के चेहरे पे उदासी है वही कौन आज़ाद हुआ ? खंजर आज़ाद...
Mar 21, 2016
ईरानी कविता
›
शहतूत क्या आपने कभी शहतूत देखा है, जहां गिरता है, उतनी ज़मीन पर उसके लाल रस का धब्बा पड़ जाता है. गिरने से ज़्यादा पीड़ादायी कुछ नहीं...
Mar 1, 2016
कानून
›
लोहे के पैरों में भारी बूट कन्धे से लटकती बन्दूक कानून अपना रास्ता पकड़ेगा हथकड़ियाँ डालकर हाथों में तमाम ताकत से उन्हें जेलों की ओर ख...
‹
›
Home
View web version