Lyrics of Life

Poetry is untranslatable, like the whole art.

Aug 14, 2016

नूर मियां

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आज तो चाहे कोई विक्टोरिया छाप काजल लगाये या साध्वी ऋतंभरा छाप अंजन लेकिन असली गाय के घी का सुरमा तो नूर मियां ही बनाते थे कम से कम मेरी ...
Jul 7, 2016

वे मुसलमान थे

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कहते हैं वे विपत्ति की तरह आए कहते हैं वे प्रदूषण की तरह फैले वे व्याधि थे ब्राह्मण कहते थे वे मलेच्छ थे वे मुसलमान थे उन्होंने अपने घो...
Jul 4, 2016

एन.जी.ओ. एक ख़तरनाक साम्राज्यवादी कुचक्र

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भिखमंगे आये नवयुग का मसीहा बनकर, लोगों को अज्ञान, अशिक्षा और निर्धनता से मुक्ति दिलाने । अद्भुत वक्तृता, लेखन–कौशल और सांगठनिक क्षमता से...
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