Lyrics of Life

Poetry is untranslatable, like the whole art.

Aug 16, 2018

व्याख्या

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एक दिन कहा गया था दुनिया की व्याख्या बहुत हो चुकी ज़रूरत उसे बदलने की है तब से लगातार बदला जा रहा है दुनिया को बदली है अपने-आप भी पर ...
Aug 15, 2018

अधिनायक

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राष्ट्रगीत में भला कौन वह भारत-भाग्य-विधाता है फटा सुथन्ना पहने जिसका गुन हरिचरना गाता है l मखमल टमटम बल्लम तुरही पगड़ी छत्र चँवर के सा...
Aug 6, 2018

हिरोशिमा

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एक दिन सहसा सूरज निकला अरे क्षितिज पर नहीं, नगर के चौक : धूप बरसी पर अंतरिक्ष से नहीं, फटी मिट्टी से. छायाएँ मानव-जन की दिशाहीन सब...
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