Lyrics of Life

Poetry is untranslatable, like the whole art.

Sep 26, 2024

पेट की आग बुझाने का सबब कर रहे हैं

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पेट की आग बुझाने का सबब कर रहे हैं इस ज़माने के कई मीर मतब कर रहे हैं कोई हमदर्द भरे शहर में बाक़ी हो तो हो इस कड़े वक़्त में गुमराह तो सब क...
Sep 19, 2024

मुझे उतनी दूर मत ब्याहना

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मुझे उतनी दूर मत ब्याहना जहाँ मुझसे मिलने जाने ख़ातिर घर की बकरियाँ बेचनी पड़े तुम्हे मत ब्याहना उस देश में जहाँ आदमी से ज़्यादा ईश्वर बसते ...
Sep 12, 2024

|| कविताएँ देशहित में नहीं होतीं ||

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कविताएँ देशहित में नहीं होतीं जैसे हवाएँ नेत्रहित में नहीं होतीं वही उकसाती हैं रेतकणों को उछलकर किरकिरी बन जाने के लिए वैसे ही कविताएँ देशह...
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