Lyrics of Life

Poetry is untranslatable, like the whole art.

Feb 27, 2010

स्पर्श (Sparsh)

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कुरान हाथों में लेके नाबीना एक नमाज़ी लबों पे रखता था दोनों आँखों से चूमता था झुकाके पेशानी यूँ अक़ीदत से छू रहा था जो आयतें पढ़ नहीं सका उन...
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Amir Khusro's Ghazal

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ज़िहाल-ए मिस्कीं मकुन तगाफ़ुल, दुराये नैना बनाये बतियां कि ताब-ए-हिजरां नदारम ऎ जान, न लेहो काहे लगाये छतियां शबां-ए-हिजरां दरज़ चूं ज़ुल्फ़...
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Na kisi ki aankh kaa nuur hoon

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न किसी की आँख का नूर हूँ न किसी के दिल का करार हूँ जो किसी के काम न आ सके मैं वो एक मुश्त- ऐ -गुबार हूँ न तो मैं किसी का हबीब हूँ न तो मैं क...

Baat karani mujhe mushkil kabhii aisi to na thii

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बात करनी मुझे मुश्किल कभी ऎसी तो न थी जैसी अब है तेरी महफ़िल कभी ऎसी तो न थी ले गया छीन के कौन आज तेरा सब्र-ओ-करार बेक़रारी तुझे ऐ दिल कभी ऎस...
Feb 20, 2010

Epilogue

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We all live in darkness, kept apart from each other by walls easily crossed but full of fake doors; money drawn for light spending on frie...
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