Lyrics of Life
Poetry is untranslatable, like the whole art.
Oct 31, 2012
समर शेष है
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ढीली करो धनुष की डोरी, तरकस का कस खोलो , किसने कहा, युद्ध की वेला चली गयी, शांति से बोलो? किसने कहा, और मत वेधो ह्रदय वह्रि के शर से, भरो...
Oct 27, 2012
"This Land is Mine"
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This land is mine God gave this land to me This brave and ancient land to me And when the morning sun Reveals her hills and plains Th...
Oct 19, 2012
जनतन्त्र के सूर्योदय में
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रक्तपात – कहीं नहीं होगा सिर्फ़, एक पत्ती टूटेगी! एक कन्धा झुक जायेगा! फड़कती भुजाओं और सिसकती हुई आँखों को एक साथ लाल फीतों में लपेटकर...
Oct 15, 2012
ज़िन्दगी ने एक दिन कहा
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ज़िन्दगी ने एक दिन कहा कि तुम लड़ो, तुम लड़ो, तुम लड़ो तुम लड़ो कि चहचहा उठें हवा के परिन्दे तुम लड़ो कि आसमान चूम ले ज़मीन को तुम लड़ो...
Oct 13, 2012
तहज़ीब यह नई है, इसको सलाम कहिए
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तहज़ीब यह नई है, इसको सलाम कहिए ‘रावण’ जो सामने हो, उसको भी ‘राम’ कहिए जो वो दिखा रहे हैं , देखें नज़र से उनकी रातों को दिन समझिए, सुबहो...
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