Lyrics of Life

Poetry is untranslatable, like the whole art.

Mar 18, 2014

अच्छे बच्चे

›
कुछ बच्चे बहुत अच्छे होते हैं वे गेंद और ग़ुब्बारे नहीं मांगते मिठाई नहीं मांगते ज़िद नहीं करते और मचलते तो हैं ही नहीं बड़ों का कहना ...
Feb 7, 2014

हिज्र की पहली शाम

›
हिज्र की पहली शाम के साये दूर उफ़क़ तक छाये थे हम जब उसके शहर से निकले सब रास्ते सँवलाये थे जाने वो क्या सोच रहा था अपने दिल में सारी रात...
Jan 30, 2014

जब लगें ज़ख्म...

›
जब लगें ज़ख्म तो क़ातिल को दुआ दी जाये है यही रस्म, तो यह रस्म उठा दी जाये तिशनगी कुछ तो बुझे तिशना-लबान-ए-गम की एक नदी दर्द की शहरों मे...
Jan 25, 2014

Grass

›
Pile the bodies high at Austerlitz and Waterloo. Shovel them under and let me work— I am the grass; I cover all. And pile them high at G...
Jan 24, 2014

घास

›
मैं दीवारों की संध में उगती हूं जहां दीवारों का जोड़ होता है वहां जहां वे एक दूसरे से मिलती हैं जहां वे पक्की कर दी जाती हैं वहीं मैं ...
‹
›
Home
View web version
Powered by Blogger.