Lyrics of Life

Poetry is untranslatable, like the whole art.

May 29, 2011

सिली हवा छू गयी, सिला बदन छिल गया

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सिली हवा छू गयी, सिला बदन छिल गया सिली हवा छू गयी, सिला बदन छिल गया नीली नदी के परे, गीला सा चाँद खिल गया सिली हवा छू गयी, सिला बदन छिल ग...
May 28, 2011

3 Poems from संग्रह: उजाले अपनी यादों के

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1. अगर तलाश करूँ कोई मिल ही जायेगा मगर तुम्हारी तरह कौन मुझे चाहेगा तुम्हें ज़रूर कोई चाहतों से देखेगा मगर वो आँखें हमारी कहाँ से लायेगा...

जिन्दगी आयी बनारस का जहाँ नाम आया

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मेरे होते भी अगर उनको न आराम आया जिन्दगी फिर मेरा जीना मेरे किस काम आया सिर्फ सहबा ही नहीं रात हुई है बदनाम आप की मस्त निगाहों पे भी इल्...
May 21, 2011

बदला न अपने आप को जो थे वही रहे

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बदला न अपने आप को जो थे वही रहे मिलते रहे सभी से मगर अजनबी रहे. दुनिया न जीत पाओ तो हारो न ख़ुद को तुम थोड़ी बहुत तो ज़हन में नाराज़गी र...

ज़िन्दगी से यही गिला है मुझे

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ज़िन्दगी से यही गिला है मुझे तू बहुत देर से मिला है मुझे हमसफ़र चाहिये हुजूम नहीं इक मुसाफ़िर भी काफ़िला है मुझे तू मोहब्बत से कोई चाल...
May 13, 2011

कोई उम्मीद बर नहीं आती

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कोई उम्मीद बर नहीं आती कोई सूरत नज़र नहीं आती मौत का एक दिन मु'अय्यन है नींद क्यों रात भर नहीं आती आगे आती थी हाल-ए-दिल पे हँसी अ...
2 comments:

Freedom

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The Arab Revolt 2011 The story begins with a song— it’s stubborn, breaks air into history; for a minute it’s quiet to allow everyon...
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