Lyrics of Life
Poetry is untranslatable, like the whole art.
May 1, 2016
निवाला
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मां है रेशम के कारखाने में बाप मसरूफ सूती मिल में है कोख से मां की जब से निकला है बच्चा खोली के काले दिल में है जब यहाँ से निकल के जाएग...
April 2, 2016
कौन आज़ाद हुआ ?
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कौन आज़ाद हुआ ? किसके माथे से सियाही छुटी ? मेरे सीने मे दर्द है महकुमी का मादरे हिंद के चेहरे पे उदासी है वही कौन आज़ाद हुआ ? खंजर आज़ाद...
March 21, 2016
ईरानी कविता
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शहतूत क्या आपने कभी शहतूत देखा है, जहां गिरता है, उतनी ज़मीन पर उसके लाल रस का धब्बा पड़ जाता है. गिरने से ज़्यादा पीड़ादायी कुछ नहीं...
March 1, 2016
कानून
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लोहे के पैरों में भारी बूट कन्धे से लटकती बन्दूक कानून अपना रास्ता पकड़ेगा हथकड़ियाँ डालकर हाथों में तमाम ताकत से उन्हें जेलों की ओर ख...
February 14, 2016
कुछ कर गुज़रने के लिये मौसम नहीं, मन चाहिए !
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कुछ कर गुज़रने के लिये मौसम नहीं, मन चाहिए ! थककर बैठो नहीं प्रतीक्षा कर रहा कोई कहीं हारे नहीं जब हौसले तब कम हुये सब फासले दूरी कहीं ...
December 25, 2015
Gods
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The ivory gods, And the ebony gods, And the gods of diamond and jade, Sit silently on their temple shelves While the people Are afraid....
December 16, 2015
नया शिवाला
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सच कह दूँ ऐ बिरहमन[1] गर तू बुरा न माने तेरे सनमकदों के बुत हो गये पुराने अपनों से बैर रखना तू ने बुतों से सीखा जंग-ओ-जदल[2] सिखाया वाइज...
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