Lyrics of Life
Poetry is untranslatable, like the whole art.
26 जनवरी 2017
बड़ी उलझन में पड़ जाता हूँ मेरे देश,
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बड़ी उलझन में पड़ जाता हूँ मेरे देश, देखता हूँ जब भी तुम्हें मुख़्तलिफ़ शक्लों,रंगों और नारों में! तुम्हें ढोता हूँ अब अपने माथे पर मेरे लहू...
23 जनवरी 2017
अंत में
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अंत में हमें पैदा नहीं होना था हमें लड़ना नहीं था हमें तो हेमकुंठ पर बैठ कर भक्ति करनी थी लेकिन जब सतलुज के पानी से भाप उठी जब क़ाज़ी नज़...
3 जनवरी 2017
Youth
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Your unhappy and silly youth. Your arrival from the provinces in the city. Misted-over windowpanes of streetcars, Restless misery of the...
25 दिसंबर 2016
To hear never-heard sounds
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To hear never-heard sounds, To see never-seen colors and shapes, To try to understand the imperceptible Power pervading the world; To fl...
3 नवंबर 2016
Pouring Myself Drinks Alone By Moonlight
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Amid the flowers — a flask of wine I pour alone — no company I raise my cup to invite the moon Then moon, my shadow and I are three Bu...
10 अक्टूबर 2016
"Brahma"
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If the red slayer think he slays, Or if the slain think he is slain, They know not well the subtle ways I keep, and pass, and tur...
14 अगस्त 2016
नूर मियां
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आज तो चाहे कोई विक्टोरिया छाप काजल लगाये या साध्वी ऋतंभरा छाप अंजन लेकिन असली गाय के घी का सुरमा तो नूर मियां ही बनाते थे कम से कम मेरी ...
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