Lyrics of Life
Poetry is untranslatable, like the whole art.
1 मई 2017
सपने
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सपने हर किसी को नहीं आते बेजान बारूद के कणों में सोई आग के सपने नहीं आते बदी के लिए उठी हुयी हथेली को पसीने नहीं आते शेल्फों में पड़े ...
21 अप्रैल 2017
उर्दू है मेरा नाम
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उर्दू है मेरा नाम, मैं ख़ुसरो की पहेली मैं मीर की हमराज़ हूं, ग़ालिब की सहेली दक्कन के वली ने मुझे गोदी में खिलाया सौदा के क़सीदों ने म...
8 टिप्पणियां:
28 फ़रवरी 2017
Deed
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We work too hard We’re too tired to fall in love. Therefore we must overthrow the government. We work too hard We’re too tired to ov...
14 फ़रवरी 2017
The Graveyard By The Sea
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This quiet roof, where dove-sails saunter by, Between the pines, the tombs, throbs visibly. Impartial noon patterns the sea in flame -- T...
1 टिप्पणी:
26 जनवरी 2017
बड़ी उलझन में पड़ जाता हूँ मेरे देश,
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बड़ी उलझन में पड़ जाता हूँ मेरे देश, देखता हूँ जब भी तुम्हें मुख़्तलिफ़ शक्लों,रंगों और नारों में! तुम्हें ढोता हूँ अब अपने माथे पर मेरे लहू...
23 जनवरी 2017
अंत में
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अंत में हमें पैदा नहीं होना था हमें लड़ना नहीं था हमें तो हेमकुंठ पर बैठ कर भक्ति करनी थी लेकिन जब सतलुज के पानी से भाप उठी जब क़ाज़ी नज़...
3 जनवरी 2017
Youth
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Your unhappy and silly youth. Your arrival from the provinces in the city. Misted-over windowpanes of streetcars, Restless misery of the...
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