Lyrics of Life
Poetry is untranslatable, like the whole art.
January 23, 2020
बहुत घुटन है
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बहुत घुटन है कोई सूरत-ए-बयाँ निकले अगर सदा न उठे कम से कम फ़ुग़ाँ निकले फ़क़ीर-ए-शहर के तन पर लिबास बाक़ी है अमीर-ए-शहर के अरमाँ अभी कहा...
January 17, 2020
ये तसल्ली है कि हैं नाशाद सब
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ये तसल्ली है कि हैं नाशाद सब मैं अकेला ही नहीं बरबाद सब सब की ख़तिर है यहाँ सब अजनबी और कहने को हैं घर आबाद सब भूल के सब रंजिशें सब एक...
The Unknown Citizen
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He was found by the Bureau of Statistics to be One against whom there was no official complaint, And all the reports on his conduct agree ...
January 16, 2020
औकात
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वे पत्थरों को पहनाते हैं लंगोट पौधों को चुनरी और घाघरा पहनाते हैं वनों, पर्वतों और आकाश की नग्नता से होकर आक्रांत तरह-तरह से अपनी अश्...
January 14, 2020
आहिस्ता-आहिस्ता
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आहिस्ता-आहिस्ता वर्दी खाने लगती है आदमी के भीतर का मुलायम हिस्सा सोखने लगती है आत्मा पर से बहता झरना वर्दी वाले की बीवियाँ ढूँढ़ने लगती ह...
January 10, 2020
चांद का कुर्ता
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हार कर बैठा चाँद एक दिन, माता से यह बोला, ‘‘सिलवा दो माँ मुझे ऊन का मोटा एक झिंगोला। सनसन चलती हवा रात भर, जाड़े से मरता हूँ, ठिठुर-ठिठु...
January 8, 2020
ख़ून फिर ख़ून है
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ज़ुल्म फिर ज़ुल्म है बढ़ता है तो मिट जाता है ख़ून फिर ख़ून है टपकेगा तो जम जाएगा ख़ाक-ए-सहरा पे जमे या कफ़-ए-क़ातिल पे जमे फ़र्क़-ए-इंसा...
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