Lyrics of Life

Poetry is untranslatable, like the whole art.

29 नवंबर 2024

मिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था

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मिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था वो उतनी दूर हो गया जितना क़रीब था मैं उस को देखने को तरसती ही रह गई जिस शख़्स की हथेली पे मेरा नसीब था ब...
23 नवंबर 2024

हज़ारों कांटों से

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हज़ारों कांटों से दामन बचा लिया मैंने, अना को मार के सब कुछ बचा लिया मैंने!! कहीं भी जाऊँ नज़र में हूँ इक ज़माने की, ये कैसा ख़ुद को तमाशा ब...
17 नवंबर 2024

पत्रकारिता का सेल्फ़ीकरण

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कई बार सोचता हूँ बिलकुल सही समय पर मर गए पत्रकारिता के पुरोधा, नहीं रहे तिलक और गांधी, नहीं रहे बाबूराव विष्णु पराड़कर गणेश शंकर विद्यार्थी भ...
14 नवंबर 2024

ये किताबें बदलनी हैं तुम्हें!

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किसान के बच्चों ने किताब का पहला पन्ना खोला देर तक किताबों में ढूँढ़ा अपने पिता को मिस्त्री का बच्चा ढूँढ़ता रहा मिस्त्री किताबों में दुनिया...
2 नवंबर 2024

चाँदनी की पाँच परतें

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चाँदनी की पाँच परतें, हर परत अज्ञात है । एक जल में, एक थल में, एक नीलाकाश में । एक आँखों में तुम्हारे झिलमिलाती, एक मेरे बन रहे विश्वास में ...
25 अक्टूबर 2024

सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगा

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सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगा इतना मत चाहो उसे वो बेवफ़ा हो जाएगा हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है जिस तरफ़ भी चल पड़ेंगे रास्ता...
5 टिप्‍पणियां:
15 अक्टूबर 2024

लीक पर वे चलें

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लीक पर वे चलें जिनके चरण दुर्बल और हारे हैं, हमें तो जो हमारी यात्रा से बने ऐसे अनिर्मित पंथ प्यारे हैं। साक्षी हों राह रोके खड़े पीले बाँस ...
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