Lyrics of Life

Poetry is untranslatable, like the whole art.

21 मई 2013

रात यों कहने लगा मुझसे गगन का चाँद

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रात यों कहने लगा मुझसे गगन का चाँद, आदमी भी क्या अनोखा जीव होता है! उलझनें अपनी बनाकर आप ही फँसता, और फिर बेचैन हो जगता, न सोता है। जान...
1 मई 2013

ये चाह कब है मुझे सब का सब जहान मिले

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ये चाह कब है मुझे सब का सब जहान मिले मुझे तो बस मेरी ज़मीं मेरा आसमान मिले कमी नहीं है सजावट की इन मकानों में सुकून भी तो कभी इनके दरमिय...
23 अप्रैल 2013

किसी भी शहर में जाओ

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किसी भी शहर में जाओ कहीं क़याम करो कोई फ़ज़ा कोई मंज़र किसी के नाम करो. दुआ सलाम ज़रूरी है शहर वालों से मगर अकेले में अपना भी एहतराम करो...
23 मार्च 2013

An Elegy on the Death of a Mad Dog

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Good people all, of every sort, Give ear unto my song; And if you find it wondrous short, It cannot hold you long. In Islington there w...
15 मार्च 2013

नयी तरह से निभाने की दिल ने ठानी है

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नयी तरह से निभाने की दिल ने ठानी है वगरना उससे मोहब्बत बहुत पुरानी है ख़ुदा वो दिन न दिखाए कि मैं किसी से सुनूं कि तूने भी गमे दुनिया से...
10 जनवरी 2013

10 बेहतरीन शेर !!!

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1) खुद से चल कर नहीं ये तर्ज ए सुखन आया है , पाँव दाबे हैं बुजुर्गों के , तो फ़न आया है .....!" 2)शब्द किस तरह कविता बनते हैं इसे दे...
3 टिप्‍पणियां:
4 जनवरी 2013

ख्वाबे सहर

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मेहर सदियों से चमकता ही रहा अफलाक पर, रात ही तारी रही इंसान की अदराक पर। अक्ल के मैदान में जुल्मत का डेरा ही रहा, दिल में तारिकी दिमागों ...
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