Lyrics of Life
Poetry is untranslatable, like the whole art.
30 जून 2019
बात
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मुँह से निकली बात और वह हवा सरीखी सरपट भागी जा पहुँची बाँसों के वन में ! रोकूँ टोकूँ तब तक वह तो लपट उठती दावानल-सी फैल गई- पूरे क...
20 जून 2019
Home
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no one leaves home unless home is the mouth of a shark you only run for the border when you see the whole city running as well your nei...
10 जून 2019
Questioning Your Feminism
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By those immaculate efforts Of our handsome Bodhisattva We both have acquired The privilege of reading and writing In our country Where...
5 जून 2019
Trees
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I think that I shall never see A poem lovely as a tree. A tree whose hungry mouth is prest Against the earth’s sweet flowing breast; A...
31 मई 2019
छोटकू
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पृथ्वी का जीवन पेड़ पौधों के बिना असंभव है छोटकू ने अपनी पाठ्यपुस्तक में पढ़ा पंडितों की कही हर बात पर शक करना चाहिए कुछ दिन हुए - मैंने...
30 मई 2019
भोलू और गोलू
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जैसा कि चलन चला आया है भोलू चुराता है परायी दौलत और गोलू विरोध नहीं करता इसका मतलब है कि भोलू और गोलू रिश्तेदार हैं या एक ही जाति के हैं ...
23 मई 2019
हताशा से एक व्यक्ति बैठ गया था'
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"हताशा से एक व्यक्ति बैठ गया था व्यक्ति को मैं नहीं जानता था हताशा को जानता था इसलिए मैं उस व्यक्ति के पास गया मैंने हाथ बढ़ाया ...
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