Lyrics of Life
Poetry is untranslatable, like the whole art.
30 सितंबर 2020
ज्वालामुखी के मुहाने
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तुमने कहा — 'मैं ईश्वर हूँ' हमारे सिर झुका दिए गए। तुमने कहा — 'ब्रह्म सत्यम, जगत मिथ्या' हमसे आकाश पुजाया गया। तुमन...
17 सितंबर 2020
सुनो ब्राह्मण
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हम जानते हैं हमारे सब कुछ भौंडा लगता है तुम्हें। हमारी बगल में खड़ा होने पर कद घटा है तुम्हारा और बराबर खड़ा देख भवें तन जाती हैं। ...
14 सितंबर 2020
हमारी हिन्दी
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हमारी हिन्दी एक दुहाजू की नयी बीवी है बहुत बोलनेवाली बहुत खानेवाली बहुत सोनेवाली गहने गढ़ाते जाओ सर पर चढ़ाते जाओ वह मुटाती जाये पसीने से गन्ध...
11 सितंबर 2020
तुम्हारे पांव के नीचे कोई ज़मीन नहीं
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तुम्हारे पांव के नीचे कोई ज़मीन नहीं कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यक़ीन नहीं मैं बेपनाह अंधेरों को सुब्ह कैसे कहूं मैं इन नज़ारों का अंधा तम...
8 सितंबर 2020
The Moment
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The moment when, after many years of hard work and a long voyage you stand in the centre of your room, house, half-acre, square mile, is...
5 सितंबर 2020
शम्बूक
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शम्बूक हम जानते हैं तुम इतिहास पुरुष नहीं हो वरना कोई लिख देता तुम्हें भी पूर्वजन्म का ब्राह्मण स्वर्ग की कामना से राम के हाथों मृत्यु ...
23 अगस्त 2020
राह-ए-दूर-ए-इश्क़ में रोता है क्या
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राह-ए-दूर-ए-इश्क़ में रोता है क्या आगे आगे देखिए होता है क्या क़ाफ़िले में सुब्ह के इक शोर है या'नी ग़ाफ़िल हम चले सोता है क्या सब...
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