Lyrics of Life

Poetry is untranslatable, like the whole art.

26 सितंबर 2024

पेट की आग बुझाने का सबब कर रहे हैं

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पेट की आग बुझाने का सबब कर रहे हैं इस ज़माने के कई मीर मतब कर रहे हैं कोई हमदर्द भरे शहर में बाक़ी हो तो हो इस कड़े वक़्त में गुमराह तो सब क...
19 सितंबर 2024

मुझे उतनी दूर मत ब्याहना

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मुझे उतनी दूर मत ब्याहना जहाँ मुझसे मिलने जाने ख़ातिर घर की बकरियाँ बेचनी पड़े तुम्हे मत ब्याहना उस देश में जहाँ आदमी से ज़्यादा ईश्वर बसते ...
12 सितंबर 2024

|| कविताएँ देशहित में नहीं होतीं ||

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कविताएँ देशहित में नहीं होतीं जैसे हवाएँ नेत्रहित में नहीं होतीं वही उकसाती हैं रेतकणों को उछलकर किरकिरी बन जाने के लिए वैसे ही कविताएँ देशह...
5 सितंबर 2024

बुख़ार में कविता

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'मंच पर खड़े होकर कुछ बेवक़ूफ़ चीख़ रहे हैं कवि से आशा करता है सारा देश। मूर्खों! देश को खोकर ही मैंने प्राप्त की थी यह कविता...' ~ ...
27 अगस्त 2024

15 बेहतरीन शेर - 12 !!!

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1. कोठियों से मुल्क के मेआर को मत आँकिए, असली हिंदुस्तान तो फुटपाथ पर आबाद है.      जिस शहर में मुंतज़िम अंधे हों जल्वागाह के, उस शहर में रोश...
23 अगस्त 2024

एक चंबेली के मंडवे तले

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एक चंबेली के मंडवे तले मैकदे से ज़रा दूर उस मोड़ पर दो बदन प्यार की आग में जल गए प्यार हर्फ़ ए वफ़ा प्यार उनका ख़ुदा प्यार उनकी चिता दो बदन ...
15 अगस्त 2024

एक ईमानदार दुनिया के लिए

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तुम्हें तो कुछ भी याद नहीं होगा किसी का नाम-गाम संघर्ष, अपमान, लात-घूँसे यातना के दिन सपने, स्वाधीनता और जय-जयकार कुछ भी तो याद नहीं होगा तु...
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