Lyrics of Life
Poetry is untranslatable, like the whole art.
21 अगस्त 2023
अन्याय छिपता है
कई बार
सुनवाई इसलिए होती है
कि कोई यह न कह सके :
राज्य में न्याय नहीं है
अन्याय
छिपता है
न्याय की ओट में
―
पंकज चतुर्वेदी
{'काजू की रोटी', 2023 से}
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