Lyrics of Life
Poetry is untranslatable, like the whole art.
Jul 20, 2024
तुम बंजर हो जाओगे
तुम बंजर हो जाओगे
यदि इतने व्यवस्थित ढंग से रहोगे
यदि इतने सोच समझकर
बोलोगे चलोगे
कभी मन की नहीं कहोगे
सच को दबाकर झूठे प्रेम के गाने गाओगे
तो मैं तुमसे कहता हूँ
तुम बंजर हो जाओगे.
~
भवानीप्रसाद मिश्र
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
View mobile version
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment