Dec 18, 2020

आठ मिनट छियालीस सेकंड


दो मिनट नहीं
आठ मिनट छियालीस सेकंड का
मौन रखा गया अमेरिका में
जॉर्ज फ़्लॉयड की स्मृति-सभा में

गोरा पुलिस अफ़सर
आठ मिनट छियालीस सेकंड
अपने घुटने से
जॉर्ज फ़्लॉयड के
गले को दबाता रहा
जब तक कि उनकी जान
नहीं चली गयी
और वह कहते रहे :
"मैं साँस नहीं ले पा रहा हूँ"

किसी मज़लूम की याद में
महज़ दो मिनट का
मौन मत रखो
इस रस्म को बदलो

कोई तो रिश्ता हो
तुम्हारे सुलूक का
मृतक के अपमान
और यातना से

---पंकज चतुर्वेदी

Dec 10, 2020

Let them not say

Let them not say: we did not see it.
We saw.

Let them not say: we did not hear it.
We heard.

Let them not say: they did not taste it.
We ate, we trembled.

Let them not say: it was not spoken, not written.

We spoke,
we witnessed with voices and hands.
Let them not say: they did nothing.
We did not-enough.

Let them say, as they must say something:

A kerosene beauty.
It burned.

Let them say we warmed ourselves by it,
read by its light, praised,
and it burned.

---Jane Hirshfield


Dec 6, 2020

अगर रोज कर्फ्यू के दिन हों

अगर रोज कर्फ्यू के दिन हों
तो कोई अपनी मौत नहीं मरेगा
कोई किसी को मार देगा
पर मैं स्वाभाविक मौत मरने तक
जिन्दा रहना चाहता हूँ
दूसरों के मारने तक नहीं
और रोज की तरह
अपना शहर रोज घूमना चाहता हूँ।

शहर घूमना मेरी आदत है ऐसी
आदत कि कर्फ्यू के दिन भी
किसी तरह दरवाजे खटखटा कर
सबके हालचाल पूछूँ

हो सकता है हत्यारे का दरवाजा भी खटखटाऊँ
अगर वह हिन्दू हुआ तो
अपनी जान हिन्दू कह कर न बचाऊँ
मुसलमान कहूँ
अगर मुसलमान हुआ तो
अपनी जान मुसलमान कह कर न बचाऊँ
हिन्दू कहूँ

हो सकता है इसके बाद
भी मेरी जान बच जाये
तो मैं दूसरों के मारने तक नहीं
अपने मरने तक जिन्दा रहूँ।

-- विनोद कुमार शुक्ल