अजीब वक्त है - बिना लड़े ही एक देश- का देश स्वीकार करता चला जाता अपनी ही तुच्छताओं की अधीनता ! कुछ तो फर्क बचता धर्मयुद्ध और कीट युद्ध में - कोई तो हार जीत के नियमों में स्वाभिमान के अर्थ को फिर से ईजाद करता
Say when rain cannot make you more wet or a certain thought can’t deepen and yet you think it again: you have lost count. A larger amount is no longer a larger amount. There has been a collapse; perhaps in the night. Like a rupture in water (which can’t rupture of course). All your horses broken out with all your horses.
'दुख-सुख तो आते-जाते रहेंगे सब कुछ पार्थिव है यहाँ लेकिन मुलाक़ातें नहीं हैं पार्थिव इनकी ताज़गी रहेगी यहाँ हवा में! इनसे बनती हैं नई जगहें एक बार और मिलने के बाद भी एक बार और मिलने की इच्छा पृथ्वी पर कभी ख़त्म नहीं होगी'