मछलियों को लगता था
के जैसे वे तड़पती हैं पानी के लिए
पानी भी उनके लिए
वैसा ही तड़पता होगा।
लेकिन जब खींचा जाता है जाल
तो पानी मछलियों को छोड़कर
जाल के छेदों से निकल भागता है।
पानी मछलियों का देश है
लेकिन मछलियां अपने देश के बारे में
कुछ नहीं जानतीं।
--- नरेश सक्सेना
Aug 26, 2023
Aug 21, 2023
अन्याय छिपता है
कई बार
सुनवाई इसलिए होती है
कि कोई यह न कह सके :
राज्य में न्याय नहीं है
अन्याय
छिपता है
न्याय की ओट में
― पंकज चतुर्वेदी
{'काजू की रोटी', 2023 से}
{'काजू की रोटी', 2023 से}
Aug 18, 2023
राजनीतिक शैली
यह नई राजनीतिक शैली है
कि हत्या की नहीं जाती
वह माहौल बनाया जाता है
जिसमें हत्या एक स्वाभाविक कर्म हो
जो इस माहौल के जनक हैं
वे हत्या पर अफ़सोस करते हैं
― पंकज चतुर्वेदी ("काजू की रोटी" कविता संग्रह)
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