आज एक हर्फ़ को फिर ढूंढता फिरता है ख्याल
मदभरा हर्फ़ कोई, ज़हर भरा हर्फ़ कोई
हर्फ़ = paper, ख्याल = imagination, idea, फिर = again, ढूंढता = finding, ढूंढता फिरता = finding here and there, मदभरा = filled with eulogy, ज़हर = poison, भरा = filled with
दिलनशी हर्फ़ कोई, क़हर भरा हर्फ़ कोई
आज एक हर्फ़ को फिर ढूंढता फिरता है ख्याल
दिलनशी = intoxicating love, क़हर = disaster
हर्फ़-ऐ-उल्फत कोई दिलदार नज़र हो जैसे
जिससे मिलती है नज़र बोसा-ऐ-लब की सूरत
उल्फत = love, हर्फ़-ऐ-उल्फत = letter (paper) of/with love, नज़र = in front of eyes, बोसा = kiss, लब = lips, बोसा-ऐ-लब = kissed with lips, सूरत = image (also means face, but image is most appropriate)
इतना रौशन की सरे मौज-ऐ-ज़र हो जैसे
सौहबतें यार में आगाज़-ऐ-तरब की सूरत
इतना = so much, रौशन = bright, सरे = in public, out there, मौज = surge, wave, ज़र = gold, मौज-ऐ-ज़र = surge (wave) of gold, सौहबतें = in company, यार = beloved, आगाज़ = start, beginning, तरब = joy, happiness
हर्फ़-ऐ-नफरत कोई शमशीरे गज़ब हो जैसे
आज एक हर्फ़ को फिर ढूंढता फिरता है ख्याल|
नफरत = hate, शमशीरे = swords, गज़ब = very strong, powerful
-फैज़ अहमद फैज़.
Thanks to the user for such detailed explanation of poem. You will find youtube video of the movie 'In custody' in the weblink where poem is used.
Beshak beshak ham dekhenge
जवाब देंहटाएंOh din ki jiska wada hai,..