15 अक्टूबर 2013

जो अपराधी नहीं होंगे, मारे जाएंगे...

जो इस पागलपन में शामिल नहीं होंगे, मारे जाएंगे

कठघरे में खड़े कर दिये जाएंगे, जो विरोध में बोलेंगे
जो सच-सच बोलेंगे, मारे जाएंगे

बर्दाश्‍त नहीं किया जाएगा कि किसी की कमीज हो
उनकी कमीज से ज्‍यादा सफेद
कमीज पर जिनके दाग नहीं होंगे, मारे जाएंगे

धकेल दिये जाएंगे कला की दुनिया से बाहर, जो चारण नहीं होंगे
जो गुण नहीं गाएंगे, मारे जाएंगे

धर्म की ध्‍वजा उठाने जो नहीं जाएंगे जुलूस में
गोलियां भून डालेंगी उन्हें, काफिर करार दिये जाएंगे

सबसे बड़ा अपराध है इस समय निहत्‍्थे और निरपराधी होना
जो अपराधी नहीं होंगे, मारे जाएंगे !

--- राजेश जोशी

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