Lyrics of Life
Poetry is untranslatable, like the whole art.
28 मई 2020
रेलवे प्लेटफ़ॉर्म पर
कोरोना काल में
रेलवे प्लेटफ़ॉर्म पर
सबको भयभीत करता हुआ
एक माँ का शव पड़ा है
उसका बच्चा
माँ का आँचल खींचकर
उसे जगा रहा है
बच्चा मृत्यु को नहीं जानता
सिर्फ़ अपनी माँ को जानता है
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पंकज चतुर्वेदी
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