June 25, 2020

भरोसा रखना

वॉन गॉग हर खत में
अपने भाई थियो को लिखता था
मुझ पर भरोसा रखना
एक सदी से ज़्यादा हो गए हैं
दोनों भाईयों को इस धरती से कूच किए
लेकिन धरती के कोने कोने में हजारों कटे-अधकटे हाथ आज भी
किसी न किसी थियो को लिख रहे हैं
मुझ पर भरोसा रखना...

––-सुधांशु फिरदौस

4 comments:

  1. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज गुरुवार 25 जून 2020 को साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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    1. Meri sankalit kavita ko chhapne ka shukriya

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  2. बहुत सुंदर सृजन .
    सादर

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