वॉन गॉग हर खत में
अपने भाई थियो को लिखता था
मुझ पर भरोसा रखना
एक सदी से ज़्यादा हो गए हैं
दोनों भाईयों को इस धरती से कूच किए
लेकिन धरती के कोने कोने में हजारों कटे-अधकटे हाथ आज भी
किसी न किसी थियो को लिख रहे हैं
मुझ पर भरोसा रखना...
––-सुधांशु फिरदौस
बहुत सुंदर सृजन .
जवाब देंहटाएंसादर
sudhanshuji ki kalam ka kamaal hai..
हटाएंMeri sankalit kavita ko chhapne ka shukriya
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