March 10, 2025

कपास के फूल

वे देवता को पसंद नहीं
लेकिन आश्चर्य इस पर नहीं
आश्चर्य तो ये है कि कविगण भी
लिखते नहीं कविता कपास के फूल पर
प्रेमीजन भेंट में देते नहीं उसे
कभी एक-दूसरे को
जबकि वह है कि नंगा होने से
बचाता है सबको
और सुतर गया मौसम
तो भूख और प्यास से भी
बचाता है वह

ईश्वर को तो ठंड लगती नहीं
वैसे नंगा होना भी
वहां उतना ही सहज है
उतना ही दिव्य
इसलिए इतना यह है कि ठंड के विरुद्ध
आदमी ने ही खोजा होगा
पृथ्वी पर पहला कपास का फूल

पर पहला झिंगोला
कब पहना उसने
पहले तागे से पहली सुई की
कब हुई थी भेंट
यह भूल गई है हमारी भाषा
जैसे अपनी कमीज़ पहनकर
भूल जाते हैं हम
अपने दर्ज़ी का नाम

पर क्या कभी सोचा है आपने
वह जो आपकी कमीज़ है
किसी खेत में खिला
एक कपास का फूल है
जिसे पहन रखा है आपने

जब फ़ुर्सत मिले
तो कृपया एक बार इस पर सोचें ज़रूर
कि इस पूरी कहानी में सूत से सुई तक
सब कुछ है
पर वह कहां गया
जो इसका शीर्षक था

--- केदारनाथ सिंह
कविता संग्रह: सृष्टि पर पहरा
प्रकाशक: राजकमल प्रकाशन


March 1, 2025

For You Who Are About to Give Up

Think of what you'll miss;
the voices of children;
apples, dark wine on a table;
the smell of the spring before you're ready.
Stay.
It doesn't get better, it gets truer.
Winter. Albums. Madness.
Your grief in you like a cello
in its locked, black case.

The lemon-scent of someone who has gone.
Breathe.
Just breathe and be here.
In my darkest night, in the storm before morning,
I heard a voice
that told me it was listening.
Friend, I would sit with you
and listen.
As long as you have breath
you could be song.
As long as you have breath you could be song.

--- Joseph Fasano

February 22, 2025

डोरेमोन थीम सॉन्ग (Doraemon Theme Song) - हिंदी

ज़िंदगी संवार दूं
इक नई बहार दूं
दुनिया ही बदल दूं मैं तो
प्यारा सा चमत्कार हूं
मैं किसी का सपना हूं
जो आज बन चुका हूं सच
अब ये मेरा सपना है कि
सब के सपने सच मैं करूं
आसमान को छू लूं
तितली बन उड़ूं
(हां... हेलीकॉप्टर)
अन अन अन...

मैं हूं इक उड़ता रोबो
डोरेमोन
अन अन अन...

मैं हूं इक उड़ता रोबो
डोरेमोन

February 14, 2025

परीक्षाओं में असफल हुए पुरुष

परीक्षाओं में असफल हुए पुरुष
अक्सर प्रेम में भी असफल हो जाते हैं

विवाह की पहली रस्म
पुरुष की आय पूछना होती है
दूसरी पुरुष की आयु
तीसरी पुरुष का आवास
और चौथी, पुरुष का गोत्र

परीक्षाओं में असफल पुरुष
अक्सर गँवा बैठते हैं
आय, आयु, और आवास
परीक्षाएँ देते-देते

असफल पुरुष का
कोई गोत्र नहीं होता
न ही कोई प्रेम कहानी
असफलता उसका अस्तित्व होती है

परीक्षा उसका जीवन
शर्म, उसके हिस्से आये ढाई अक्षर

- अभिषेक शुक्ला

February 7, 2025

फ़िरंगी का जो मैं दरबान होता

फ़िरंगी का जो मैं दरबान होता तो
जीना किस क़दर आसान होता

मेरे बच्चे भी अमरीका में पढ़ते
मैं हर गर्मी में इंग्लिस्तान होता

मेरी इंग्लिश बला की चुस्त होती
बला से जो न उर्दू दान होता

झुका के सर को हो जाता जो ‘सर’ मैं
तो लीडर भी अज़ीमुश्शान होता

ज़मीनें मेरी हर सूबें में होतीं
मैं वल्लाह सदर-ए पाकिस्तान होता

--- हबीब जालिब

January 31, 2025

January Night Prayer

Bellchimes jangle, freakish wind
Whistles icy out of desert lands
over the mountains. Janus, Lord
of winter and beginnings, riven
and shaken, with two faces,
watcher at the gates of winds and cities,
god of the wakeful:
keep me from coldhanded envy,
and petty anger. Open
my soul to the vast
dark places. Say to me, say again
nothing is taken, only given.

--- Ursula K. Le Guin

January 26, 2025

तुमने इतिहास पढ़ा

तुमने इतिहास पढ़ा
तुमने सीखा
बर्बरता के खिलाफ़ गूंज करना,
विद्रोह करना

तुमने संविधान पढ़ा
तुमने सीखा- अपने हक़ की मांग करना

तुमने सीखा- अपने अधिकारों हेतु लड़ना

तुमने पढ़ा साहित्य
तुमने सीख लिया दुनिया से प्रेम करना

तुम्हारा किताबें पढ़ना ही
दुनिया की सबसे महान क्रांति है। 

--- अभिषेक पटेल 'नभ'