घुघुआ मन्ना
खेलत खेलत एक कौड़ी पउलीं
उ कौड़िया हम गंगा बहउलीं
गंगा मइया बालू दिहलीं
उ बलुइया हम भड़भुजवा के दिहलीं
भड़भुजवा दिहलस भूजा
ऊ भुजवा घसकरवा के दिहलीं
घसकरवा दिहलस घास
ऊ घसिया हम गइया के दिहलीं
गइया दिहलस दूध
ऊ दुधवा हम राजा के दिहलीं
राजा दिहलें घोड़ा
ओही घोड़ा आइलां
ओही घोड़ा जाईलां
तबला बजाइलां
तबला में पइसा
लाल बगइचा
पुरान भीत गिरेले
नई भीत उठेले
बुढ़िया माई सम्हरले रहिहा ।
घुघुआ मन्ना
2)
घुघुआ मन्नाउपजे धनमा
कान दुनू सोनमा
रे बौआ तू कथी के
एली के की बेली के
माय बाप चमेली के
पितिया पितम्बर के
फूफू ... कठगूलर के
लाल घर उठे, पुरान घर गिरे।
3)
घुघुआ झूल
कनेर के फूल
बाबू के जूठ कूठ के खाय
मम्मी खाय
मम्मी के झूठ कूठ कौआ खाए
लाल घर उठे, पुरान घर गिरे।
4)
घुघुआ मन्ना, उपजे धन्ना
बाबू खाए दूध-भतवा
कुतवा चाटे पतवा
आबे दे रे कुतवा
मारबऊ दू लतवा
गे बुढ़िया बर्तन बासन
सब सरिया के रखिहे तू
नया घर उठे, पुरान घर गिरे।
5)
अलिया गे मलिया गे
घोड़ा बरद खेत खईछऊ गे
कहाँ गे?
डीह पर गे
डीहsक रखवार के गे?
बाबा गे
बाबा गेलखुन पूर्णिया गे
लाल लाल बिछिया लैथुन गे
कोठी पर झमकैथुन गे
लाल घर उठे, पुरान घर गिरे।
6)
तोरा मायो न झुलैलकऊ
तोरा बापो न झुलैलकऊ
तोरा तार तर वाली मौसियो नई झुलैलकऊ
तोरा हमहीं झुलैलियऊ
लाल घर उठे, पुरान उठे।